गुरुवार, 25 अक्तूबर 2012

एक अनोखा सच...

एक अमेरिकन बोला भाई साहब बताइये अगर आपका भारत महान है..तो सँसार के इतने अविष्कारों में आपके देश का क्या योगदान है.??

हिन्दुस्तानी - अरे अमरीकन सुन:- सँसार की पहली फायर प्रूफ लेडी भारत में हुई.. नाम था "होलिका" आग में जलती नही थी.. इसीलिए उस वक्त फायर ब्रिगेड चलती नही थी!!

सँसार की पहली वाटर प्रूफ बिल्डिँग भारत में हुई.. ... नाम था भगवान विष्णु का "शेषनाग.. काम तो ऐसे जैसे "विशेषनाग" दुनिया के पहले पत्रकार भारत में हुए.. "नारदजी" जो किसी राजव्यवस्था से नही डरते थे .. तीनों लोक की सनसनी खेज रिपोर्टिँग करते थे !!

 दुनिया के पहले कॉँमेन्टेटर "सँजय" हुऐ जिन्होंने नया इतिहास बनाया .. महाभारत के युद्ध का आँखो देखा हाल अँधे "ध्रतराष्ट" को उन्ही ने सुनाया !!

 दादागिरी करना भी दुनिया हमने सिखाया क्योंकि वर्षो पहले हमारे "शनिदेव" ने ऐसा आतँक मचाया .. कि "हफ्ता" वसूली का रिवाज उन्ही के शिष्यो ने चलाया.. आज भी उनके शिष्य हर शनिवार को आते है ! उनका फोटो दिखाकर हफ्ता ले जाते है !! 

अमेरिकन बोला दोस्त फालतू की बातें मत बनाओ ! कोई ढँग का आविष्कार हो तो बताओ !! (जैसे हमने इँसान की किडनी बदल दी, बाईपास सर्जरी कर दी आदि) हिन्दुस्तानी बोला रे अमरीकन सर्जरी का तो आइडिया ही दुनिया को हमने दिया था ! तू ही बता "गणेशजी" का ऑपरेशन क्या तेरे बाप ने किया था..!! 

अमरीकन हडबडाया.. गुस्से मैँ बडबडाया ! देखते ही देखते चलता फिरता नजर आया !! तब से पूरी दुनिया को हमपर मान है !!!

दुनिया में मुल्क कितने ही हो पर सबमें मेरा "भारत" महान है.............

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