ये दुनिया बहुत ही अजीब होता है दोस्तों आप को कभी जरुरत से जादा देती है तो कभी जरुरत भी पूरा नहीं करती!
तो आये आज आप को ऐसा ही कुछ बताते है :-
ये कहानी एक बेरोजगार की है वो पटना शहर में रहता था
ना उसके पास काम था और ना ही आगे क्या करना है उस का रास्ता वो बेचारा ये भी नहीं सोच पता था की वो क्या करे और क्या ना करे, वो बेचारा post raduate होने के कारण छोटा काम कर भी नहीं सकता था क्यों की छोटी कामो को करना वो ख़राब समझता था !
उसने ना जाने कितने महीनो तक बरे कामो की तलाश की मगर उसे कही भी सफलता नहीं मिला और बेचारा थक हर के वो कई शहर घुमने के बाद
वापस अपने गाँव जाने लगा तो रस्ते में उसने रिक्शा चालक को मोबाइल से बात करते देखा वो रिक्शा चालक इंग्लिश में बाते कर रहा था!
कुछ देर रिक्शा चालक से बाते करने के बाद उसे पता चला की वो रिक्शा चालक graduate है और काम नहीं मिलने के कारण वो रिक्शा चला रहा है!
फिर कुछ दूर जाने पर उसने देखा एक लड़की जो सायद उसे होगे वो छोटे बच्चो को पढ़ा रही है, वहा भी उसे पता चला की वो लड़की M.A. होने के बाद
भी छोटे बच्चो को पढ़ाती है! उसे बेरोजगार के मन पर ना जाने इस का कैसा असर हुवा की उसने सोचा क्यों नहीं मै भी कोई छोटा काम से ही कमाई चालू करू ,
उसने फिर शहर आ कर एक पान के दुकान में काम पकरा फिर वह से उससे एक कंपनी में काम मिला वहा उसे अछि तनखा मिलने लगा, और फिर तो उसके -
पास काम की मानो भरमार हो गया हो और फिर उसके किस्मत ने काम किया और उससे Govt . जॉब मिल गया और वो जो कल एक - एक रूपये का मोहताज़ -
हुवा करता था आज उसके पास रूपये की कोई कमी नहीं है!!!